जनकपुरी हादसा: पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी इलाके में एक दर्दनाक हादसे ने दो लोगों की जान ले ली और तीन अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया।

यह हादसा गुरुवार, 29 मई 2025 की तड़के हुआ, जब एक तेज रफ्तार कार चालक ने कथित तौर पर नशे की हालत में पार्टी से लौटते वक्त एक साइकिल सवार को टक्कर मार दी और फिर सड़क किनारे बनी झुग्गी में सो रहे लोगों को कुचल दिया।
हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में दो की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने इस मामले में कार चालक हर्ष सहरावत (19) को गिरफ्तार कर लिया है और जनकपुरी थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
टीपू सुल्तान
क्राइम एपिसोड
जनकपुरी हादसा: सोते हुए लोगों पर टूटा सड़क हादसे का कहर
जनकपुरी हादसा: हादसा गुरुवार तड़के करीब 3:20 बजे जनकपुरी के डी-ब्लॉक इलाके में हुआ। पुलिस को सूचना मिली कि नशे की हालत में एक कार चालक ने एक झुग्गी में गाड़ी घुसा दी, जिसके बाद दो लोगों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, जहां मौजूद लोगों ने घायलों को नजदीकी डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद में पुलिस टीम भी अस्पताल पहुंची, जहां पता चला कि घायलों में से तीन—सोनी, विशाल और ऋषि—को डीडीयू अस्पताल से सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया है। वहीं, दो अन्य लोग—फूल सिंह (35) और अनीस अंसारी (40)—की मौत हो चुकी थी।
हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने पहले एक साइकिल सवार को टक्कर मारी और फिर सड़क किनारे बनी एक झुग्गी में जा घुसी, जहां लोग सो रहे थे। हादसे के बाद चालक मौके से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
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गर्भवती पत्नी सोनी और भांजा विशाल की हालत नाजुक
जनकपुरी हादसा पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान अनीस अंसारी (40) और फूल सिंह (35) के रूप में हुई है। अनीस अंसारी मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला था और अपने परिवार के साथ जनकपुरी के दुर्गा पार्क इलाके में रहता था। वह मायापुरी मार्केट में गाड़ियों की नंबर प्लेट बनाने की दुकान पर हेल्पर का काम करता था। उसके परिवार में पत्नी खतीजा, तीन बेटियां और एक बेटा गुलाम अंसारी है।
दूसरा मृतक फूल सिंह उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का रहने वाला था। वह अपने पिता लल्लू के साथ लोहे के औजार बनाने का काम करता था। उसके परिवार में मां-पिता के अलावा पत्नी सोनी, भांजा विशाल, बेटे विराज, ऋषि और बेटियां महिमा व रोनक हैं। हादसे में फूल सिंह की छह माह की गर्भवती पत्नी सोनी, नाबालिग रिश्तेदार विशाल और बेटा ऋषि भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों में सोनी और विशाल की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
आईपीसी की धारा 304 और 279 के तहत मामला दर्ज
जनकपुरी हादसा के बाद पुलिस ने आरोपी कार चालक हर्ष सहरावत (19) को गिरफ्तार कर लिया। हादसे के वक्त वह अपने एक दोस्त के साथ मौजूद था। पुलिस ने बताया कि हर्ष कथित तौर पर नशे की हालत में था और पार्टी से लौट रहा था। उसने पहले साइकिल सवार अनीस अंसारी को टक्कर मारी, जिसके बाद उसकी कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बनी झुग्गी में जा घुसी।
पुलिस ने हर्ष के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 279 (लापरवाही से वाहन चलाना) और मोटर व्हीकल एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। डीसीपी (पश्चिम) विचित्र वीर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हर्ष नशे में धुत था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हर्ष को यह कार कहां से मिली और क्या उसके परिवार को इसकी जानकारी थी।
जनकपुरी की संकरी सड़कों पर जानलेवा रफ्तार बना खतरा
हादसे के बाद जनकपुरी के डी-ब्लॉक इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई थी। लोग घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए दौड़ पड़े, जबकि कुछ ने चालक को पकड़ने की कोशिश की। हादसे से गुस्साए लोगों ने चालक को पुलिस के हवाले कर दिया और सड़क सुरक्षा को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जनकपुरी जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में सड़कें संकरी हैं और वहां पैदल चलने वालों की भीड़ आम बात है। ऐसे में तेज रफ्तार कार चलाना बेहद खतरनाक साबित होता है। लोगों ने मांग की है कि इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सड़कों पर स्पीड लिमिट को सख्ती से लागू किया जाए और पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ की व्यवस्था की जाए।
तेज रफ्तार और नशे में ड्राइविंग बनी हादसों की बड़ी वजह
यह हादसा सड़क सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करता है। जनकपुरी जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में तेज रफ्तार वाहन अक्सर हादसों का कारण बनते हैं। इस घटना ने नशे में वाहन चलाने की समस्या को भी उजागर किया है। भारत में हर साल हजारों लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं, और इनमें से एक बड़ा कारण नशे में गाड़ी चलाना और तेज रफ्तार है। इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या मौजूदा कानून और सजा का डर नशे में वाहन चलाने वालों को रोकने के लिए काफी है?

हादसे ने दो परिवारों की उम्मीदें और खुशियां छीन लीं
हादसे में मारे गए अनीस अंसारी और फूल सिंह के परिवारों पर गहरा संकट आ गया है। अनीस अंसारी अपने परिवार का मुख्य कमाने वाला था, और उसकी मौत के बाद उसकी पत्नी खतीजा और चार बच्चों का भविष्य अनिश्चित हो गया है। वहीं, फूल सिंह की पत्नी सोनी, जो छह माह की गर्भवती है, और उसका परिवार भी इस हादसे से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सोनी और भांजे विशाल की हालत नाजुक होने के कारण परिवार और गहरे दुख में है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि फूल सिंह का परिवार बेहद गरीब था और लोहे के औजार बनाने के काम से किसी तरह गुजारा करता था। इस हादसे ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। वहीं, अनीस अंसारी की मौत ने भी उसके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
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डीसीपी विचित्र वीर ने दी जानकारी: जल्द होगी मामले की पूरी जांच
पुलिस ने हादसे के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू की और आरोपी चालक हर्ष सहरावत को हिरासत में ले लिया। घटनास्थल से गवाहों के बयान और सीसीटीवी फुटेज इकट्ठे किए गए हैं। डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि चालक से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही सभी पहलुओं की जांच पूरी कर ली जाएगी। पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त गश्त बढ़ा दी है ताकि स्थानीय लोगों का भरोसा कायम रहे।
सड़क सुरक्षा के लिए अब और देर नहीं चल सकती
जनकपुरी हादसा: यह हादसा समाज के लिए एक बड़ा सबक है। नशे में गाड़ी चलाना न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि यह कई जिंदगियों को तबाह कर सकता है। जनकपुरी जैसे इलाकों में पैदल चलने वालों की सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजाम और सख्ती से नियम लागू करने की जरूरत है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या हमारी सड़कें सुरक्षित हैं और क्या मौजूदा कानून पर्याप्त हैं। सरकार और पुलिस को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

नशे में गाड़ी चलाने का खौफनाक अंजाम
जनकपुरी में हुआ यह हादसा एक दुखद घटना है, जिसने दो लोगों की जान ले ली और तीन अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा, नशे में वाहन चलाने और पैदल चलने वालों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। लेकिन इस घटना ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमें अपनी सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए और क्या करना चाहिए।