ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: नई दिल्ली- दिल्ली के पालम गांव इलाके में एक जूलर को ठगों ने नकली गोल्ड देकर 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की।
यह घटना 26 नवंबर को हुई, जब पीड़ित गौरव सोनी ने अपनी दुकान के लिए कुछ सोने के गहने खरीदी थी, जो बाद में नकली निकले। पुलिस ने पीड़ित गौरव की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। इस घटना ने एक बार फिर से दिल्ली में ठगी की बढ़ती घटनाओं को उजागर किया है।
क्राइम एपिसोड
ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: गोल्ड का सौदा और धोखाधड़ी की शुरुआत
ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: गौरव सोनी, एक जूलर जो नांगलोई में अपनी जूलरी की दुकान चलाता है, को एक दिन अपने पड़ोसी रमेश शर्मा के जरिए एक गोल्ड सौदे का प्रस्ताव मिला। रमेश की हार्डवेयर की दुकान थी, और वह गौरव को यह बताने के लिए आया कि उनकी दुकान में कुछ लोग सोने का सौदा करना चाहते हैं। रमेश ने गौरव को दो पैकेट्स में मोतियों के हार दिखाए और कहा कि कस्टमर इन्हें बेचने के लिए आना चाहते हैं। गौरव ने दोनों हार की जांच की, और पाया कि इनमें 78 प्रतिशत गोल्ड था, इसलिए उसने हार वापस कर दिए।
कुछ दिनों बाद, गौरव के दोस्त ने उसे फिर से बताया कि उनके पास बहुत सारा गोल्ड है, जिसे बेचना चाहते हैं। इस बार, गौरव ने शंका जाहिर की और पूछा कि इतनी बड़ी मात्रा में गोल्ड उनके पास कहां से आया। रमेश ने बताया कि यह गोल्ड मथुरा में एक निर्माण स्थल से निकाला गया था, जहां खुदाई के दौरान यह सोने का सामान मिला था। रमेश ने दावा किया कि गोल्ड अच्छा दाम मिलने वाला है और वह इसे सस्ते दाम में बेच सकते हैं, इस पर गौरव ने सौदा करने का फैसला किया।
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ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: सौदा तय करना और पैसों का आदान-प्रदान
गौरव ने अपने दोस्त के साथ आरोपियों से मिलने के लिए पालम फाटक जाने का निर्णय लिया। वहां, एक महिला समेत तीन लोग पहुंचे, जिन्होंने एक बैग में रखे दो किलो गोल्ड को दिखाया। आरोपियों ने गोल्ड की कीमत 80 लाख रुपये बताई। सौदे के दौरान, आरोपियों ने गौरव से 30 लाख रुपये तुरंत देने को कहा, और बाकी की रकम गोल्ड चेक करने के बाद देने का वादा किया। गौरव ने फौरन 30 लाख रुपये जुटाने के लिए नांगलोई मार्केट में लोगों से उधार लिया और फिर से पालम फाटक लौटकर आरोपियों को पैसे दिए। आरोपियों ने उन्हें बैग में रखा गोल्ड दे दिया और फिर वे वहां से चले गए।
ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: नकली गोल्ड की पहचान और पुलिस को सूचित करना
गौरव ने बैग में मिले गोल्ड को अपने नांगलोई स्थित दुकान पर भेजा ताकि उसकी जांच की जा सके। दुकान पर गोल्ड चेक करने के बाद, दुकानदार ने गौरव को सूचित किया कि वह गोल्ड नकली है। यह सुनकर गौरव को तगड़ा झटका लगा, क्योंकि उसने जो 30 लाख रुपये दिए थे, वह अब ठगी का शिकार हो चुके थे। इसके बाद गौरव ने अपने दोस्त रमेश को फोन किया और आरोपियों के संपर्क नंबर की मांग की। जब उसने आरोपियों से संपर्क करने की कोशिश की, तो वह नंबर बंद मिला।
इस स्थिति में गौरव ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस को सूचित किया। पुलिस को दी गई शिकायत में गौरव ने बताया कि उसने 26 नवंबर को पालम फाटक पर आरोपियों से गोल्ड खरीदी थी, और बाद में जब वह नकली निकला, तो उसने तुरंत मामले की रिपोर्ट पुलिस को की। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर लिया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: पुलिस जांच और आरोपियों की तलाश
25 दिसंबर को पुलिस ने गौरव की शिकायत के आधार पर ठगी का मामला दर्ज किया। पुलिस ने कहा कि वह इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ठगी का यह मामला एक बड़े रैकेट से जुड़ा हो सकता है, क्योंकि ठगों ने जो गोल्ड पेश किया था, वह बेहद अच्छी क्वालिटी का प्रतीत हो रहा था और उन पर विश्वास करना आसान था।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की जांच करते हुए यह भी बताया कि वह आरोपियों की पहचान करने में जुटे हुए हैं और जो आरोपी फरार हैं, उनकी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और धोखाधड़ी करने वालों को कड़ी सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
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ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: इस मामले से जुड़ी जूलरी व्यवसायी समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना ने दिल्ली के जूलरी व्यापारियों के बीच चिंता की लहर दौड़ा दी है। कई व्यवसायियों ने इस घटना को दुखद बताया और कहा कि इस तरह की ठगी से पूरे समुदाय की छवि को नुकसान होता है। व्यापारियों ने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में अन्य व्यापारी इस तरह के धोखाधड़ी से बच सकें।
इसके अलावा, व्यापारियों का यह भी कहना है कि उन्हें ठगी से बचने के लिए अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, और उन्हें अपनी व्यापारिक लेन-देन में पूरी तरह से विश्वसनीयता की जांच करनी चाहिए। कई जूलरी व्यापारियों ने पुलिस से अपील की कि वह इस तरह के मामलों में सख्त कदम उठाएं और ठगों को जल्द से जल्द पकड़ें।
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ठगों की बढ़ती गतिविधियाँ: कानूनी और सामाजिक दृष्टिकोण
यह घटना न केवल व्यापारिक धोखाधड़ी का उदाहरण है, बल्कि समाज में बढ़ते ठगी के मामलों पर भी सवाल खड़ा करती है। नकली सोने के कारोबार में इज़ाफा हो रहा है, और ठग अधिक से अधिक लोगों को निशाना बना रहे हैं। इस तरह की ठगी न केवल पीड़ित को वित्तीय नुकसान पहुँचाती है, बल्कि सामाजिक विश्वास को भी कमजोर करती है। ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि समाज में विश्वास पुनः स्थापित किया जा सके।
व्यावासिक लेन-देन में सतर्कता की आवश्यकता
यह घटना दर्शाती है कि ठग किस प्रकार से व्यवसायियों और आम नागरिकों को अपने जाल में फंसाते हैं। हालांकि पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है, यह घटना एक चेतावनी है कि व्यवसायिक लेन-देन में अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। जूलरी के कारोबारियों और ग्राहकों को हर लेन-देन से पहले पूरी जानकारी और सत्यापन करना चाहिए, ताकि ऐसी ठगी से बचा जा सके।