दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: नई दिल्ली- दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 27 किलो से अधिक नशीली दवाओं के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों में करावल नगर निवासी लक्ष्मण (32) और गाजियाबाद निवासी पंकज (18) शामिल हैं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इनके तीसरे साथी अंकित के फरार होने की खबर है, जिसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
क्राइम एपिसोड
दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: चिंता और नींद की दवाओं का नशे के लिए अवैध इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: यह गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की ओर से की गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद दवाएं उन टैबलेट्स की श्रेणी में आती हैं, जिनका उपयोग आमतौर पर चिंता और नींद न आने की समस्या के इलाज के लिए किया जाता है। लेकिन, तस्कर इन दवाओं का अवैध उपयोग करके नशे के लिए बेच रहे थे।
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दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: मुखबिर से मिली सूचना से बनी रणनीति
दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, गुरुवार सुबह एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को एक मुखबिर से सूचना मिली कि दो तस्कर भारी मात्रा में नशीली दवाओं के साथ सोनिया विहार इलाके में डिलीवरी करने वाले हैं। सूचना के अनुसार, लक्ष्मण और उसका साथी पंकज भगत सिंह फॉर्म रोड पर सुबह करीब 10 बजे दवाओं की डिलीवरी करेंगे।
मुखबिर ने बताया कि लक्ष्मण प्लेटिना बाइक पर और पंकज एक्सट्रीम बाइक पर आएंगे। बाइक पर गत्ते की पेटियां रखी होंगी, जिनमें नशीली दवाएं छिपाई गई होंगी। तीसरा साथी अंकित उनके साथ होगा। इस सूचना के आधार पर, पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रैप लगाया।
दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: आरोपियों को पकड़ने की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: सुबह 10:15 बजे के आसपास पुलिस ने देखा कि एक प्लेटिना बाइक और एक एक्सट्रीम बाइक भगत सिंह फॉर्म रोड की ओर आती हुई दिखाई दीं। पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए दोनों बाइकों को रुकने का इशारा किया। इस दौरान एक्सट्रीम बाइक चला रहा अंकित मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। उसने अपनी बाइक वहीं छोड़ दी और खेतों की तरफ भाग निकला।
पुलिस टीम ने लक्ष्मण और पंकज को दबोच लिया। दोनों की बाइकों पर रखी गत्ते की पेटियों की तलाशी लेने पर हजारों नशीली टैबलेट्स बरामद हुईं। लक्ष्मण की बाइक पर रखी पेटी से 14.80 किलो टैबलेट्स और पंकज की पेटी से 13.90 किलो टैबलेट्स बरामद हुईं। कुल मिलाकर, 27.17 किलो नशीली दवा बरामद हुई।
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दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: कहां से आती हैं ये दवाएं?
दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन: पुलिस के अनुसार, ये दवाएं चिंता और नींद न आने की समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग की जाती हैं, लेकिन अब इन्हें नशे के लिए अवैध रूप से बेचा जा रहा है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपियों ने ये दवाएं कहां से खरीदीं और इन्हें किन स्थानों पर सप्लाई करने की योजना थी।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये दवाएं कमर्शियल डिलीवरी के बहाने दिल्ली-एनसीआर में बेची जाती थीं। तीसरे साथी अंकित के फरार होने के बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। पुलिस का मानना है कि अंकित को पकड़ने के बाद इस तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।
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अस्पताल और फार्मासिस्ट पर शक
दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस प्रकार की नशीली दवाओं की तस्करी का मामला सामने आया है। 18 नवंबर को एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ था कि नोएडा के ईएसआई अस्पताल के फार्मासिस्ट नशीली दवाओं को अवैध रूप से सप्लाई कर रहे थे।
पुलिस को शक है कि आरोपी अस्पतालों और फार्मासिस्टों से ऐसी दवाओं को खरीदते हैं और फिर उन्हें ब्लैक मार्केट में बेचते हैं। इस तस्करी का केंद्र नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर के अन्य इलाके हैं।
साइबर ठगी का नया पैतरा भी उजागर
इस मामले के साथ ही, दिल्ली पुलिस ने एक अन्य साइबर ठगी के मामले की जांच शुरू की है। ठग लोगों को “मोबाइल टावर लगवाने” का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। हाल ही में, एक 75 वर्षीय बुजुर्ग को इस तरह के झांसे में फंसाकर उनसे पैसे ठगे गए। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नशे के खिलाफ पुलिस का सख्त अभियान
दिल्ली पुलिस ने इस घटना को राजधानी में बढ़ते नशे के खतरे के रूप में देखा है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के मामलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि नशे की दवाओं और उनके अवैध कारोबार को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
इस मामले में आगे की जांच जारी है, और पुलिस को उम्मीद है कि फरार आरोपी अंकित की गिरफ्तारी के बाद इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्य भी पकड़े जाएंगे।