CBI ने मचाया तहलका: दिल्ली पुलिस के 36 से अधिक अधिकारियों की घूसखोरी में गिरफ्तारी

CBI ने मचाया तहलका: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली पुलिस के भीतर भ्रष्टाचार के मामलों पर सख्त कार्रवाई करते हुए 36 से अधिक अधिकारियों को घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है।

CBI ने मचाया तहलका: दिल्ली पुलिस के 36 से अधिक अधिकारियों की घूसखोरी में गिरफ्तारी
CBI ने मचाया तहलका: दिल्ली पुलिस के 36 से अधिक अधिकारियों की घूसखोरी में गिरफ्तारी

इन गिरफ्तारियों में सब-इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल और ट्रैफिक पुलिसकर्मी शामिल हैं, जो विभिन्न प्रकार के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए।

CRIME EPISODE टीपू सुल्तान

क्राइम एपिसोड

CBI ने मचाया तहलका: प्रमुख गिरफ्तारियां और मामले

1. सागरपुर पुलिस स्टेशन के दो अधिकारी

मार्च 2025 में, CBI ने सागरपुर पुलिस स्टेशन के हेड कांस्टेबल संवरमल और कांस्टेबल शुभम गिल को ₹2.5 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। इन पर आरोप था कि इन्होंने एक शिकायतकर्ता को एनडीपीएस (NDPS) केस में फंसाने की धमकी देकर ₹5 लाख की मांग की थी। बाद में SHO को भी निलंबित कर दिया गया।

2. रोहिणी साइबर पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर राहुल मलिक

CBI ने सब-इंस्पेक्टर राहुल मलिक को ₹2.5 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। उन्होंने एक नवी मुंबई स्थित व्यवसायी से साइबर धोखाधड़ी केस में गिरफ्तारी से बचाने के लिए ₹50 लाख की मांग की थी। रकम को हवाला चैनलों के माध्यम से स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई थी।

यह भी पढ़े:

चार्जशीट दाख़िल करना: चार्जशीट दाख़िल करने की समय-सीमा कानून, प्रक्रिया और अधिकारों की विस्तृत जानकारी 2025 !

नशा मुक्त भारत की ओर एक बड़ा कदम: बाहरी जिले की एंटी नारकोटिक्स टीम ने बड़े ड्रग नेटवर्क का किया पर्दाफाश 2025 !

ड्रामा से क्राइम तक:  उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस ने किया अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ 2025 !

AATS की कार्रवाई:  इनकाउंटर के बाद 75 हजार के इनामी अरविंद कश्यप को AATS ने किया गिरफ्तार

3. वसंत विहार ट्रैफिक सर्कल के दो अधिकारी

मार्च 2025 में, CBI ने वसंत विहार ट्रैफिक सर्कल के दो ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों, अशोक कुमार और श्री राम सिंह को ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। उन्होंने एक शिकायतकर्ता से साप्ताहिक बाजार में टेबल लगाने की अनुमति देने के बदले में रिश्वत मांगी थी।

4. नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर

मई 2025 में, दिल्ली हाई कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान, नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन के एक सब-इंस्पेक्टर पर आरोप लगा कि उन्होंने एक आरोपी के परिवार से अग्रिम जमानत दिलाने के लिए रिश्वत मांगी। इस मामले में व्हाट्सएप चैट और लेन-देन के विवरण अदालत में प्रस्तुत किए गए।

अन्य गिरफ्तारियां

द्वारका जिला पुलिस का एक अधिकारी: अप्रैल 2025 में, एक पुलिसकर्मी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

पश्चिम विहार पुलिस स्टेशन के दो हेड कांस्टेबल: अप्रैल 2025 में, एक स्थानीय मांस विक्रेता से ₹1 लाख की रिश्वत मांगने के आरोप में बुक किए गए।

जामिया नगर पुलिस स्टेशन का एक अधिकारी: एक व्यक्ति को गिरफ्तार न करने के बदले में रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

CBI ने मचाया तहलका: दिल्ली पुलिस के 36 से अधिक अधिकारियों की घूसखोरी में गिरफ्तारी
CBI ने मचाया तहलका: दिल्ली पुलिस के 36 से अधिक अधिकारियों की घूसखोरी में गिरफ्तारी

गिरफ्तार अधिकारियों की संख्या और रैंक

CBI की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में अब तक गिरफ्तार किए गए 36 से अधिक दिल्ली पुलिस अधिकारियों में शामिल हैं:

इंस्पेक्टर: कम से कम 3सब-इंस्पेक्टर: 6 से अधिक

असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI): 5 से अधिक

हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल: 20 से अधिक

बाकी खबरों से संबंधित जानकारी :

नशेड़ियों ने दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर को चाकू से मारा | Crime Episode

नकली टिकट का नकली धंधा ,साइबर ने किया बड़ा खुलासा | Crime Episode

नशे के कारोबारियों ने गोली मारकर की हत्या | Crime Episode

भ्रष्टाचार के सामान्य पैटर्न

CBI की जांच में निम्नलिखित सामान्य पैटर्न सामने आए हैं:

झूठे मामलों में फंसाने की धमकी: कई मामलों में अधिकारियों ने शिकायतकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत की मांग की।

मामलों को रफा-दफा करने का वादा: कुछ अधिकारियों ने मामलों को हल करने या रिपोर्ट को अनुकूल बनाने के लिए रिश्वत की मांग की।

मासिक भुगतान की मांग: अवैध गतिविधियों को नजरअंदाज करने के लिए मासिक भुगतान की मांग की गई।

फर्जी दस्तावेजों का उपयोग: कुछ मामलों में अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके रिश्वत ली।

प्रशासनिक प्रतिक्रिया और सुधारात्मक कदम

CBI की इन कार्रवाइयों के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। इसके अलावा, भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त पाए गए अधिकारियों को निलंबित किया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।

CRIME EPISODE

CBI की कार्रवाइयों से दोषियों में मचा हड़कंप

दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार के मामलों में CBI की सक्रियता ने स्पष्ट कर दिया है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। इन कार्रवाइयों से यह संदेश जाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

Leave a comment