( Crime Episode )
दिल्ली में एक चौंकाने वाला Cyber Fraud का मामला सामने आया है, जिसमें सेना से रिटायर्ड एक कर्नल को विदेशी निवेश का झांसा देकर करीब 18 लाख 80 हजार रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया।

ठगी की शुरुआत एक साधारण मैसेज और कॉल से हुई, लेकिन धीरे-धीरे यह एक बड़े फर्जीवाड़े में बदल गई।
Crime Episode With Tipu Sultan
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद मांगी गईं अलग-अलग फीस
Cyber Fraud की घटना दिसंबर 2023 की है, जब दिल्ली में रहने वाले सेना से रिटायर्ड एक कर्नल को मोबाइल पर एक मैसेज आया। इसके बाद एक महिला का फोन आया, जिसने खुद को विदेशी निवेश कंपनी से जुड़ा हुआ बताया। उसने कर्नल को फॉरेक्स मार्केट (विदेशी मुद्रा बाजार) में निवेश करने पर भारी मुनाफा मिलने का लालच दिया।
शुरुआत में बात बहुत आकर्षक लगी, और फिर महिला ने उन्हें ऑनलाइन फॉरेक्स इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करवाया। उसके बाद कर्नल को धीरे-धीरे अलग-अलग मदों में पैसे भेजने को कहा गया – जैसे रजिस्ट्रेशन फीस, टैक्स, कंवर्जन चार्ज, ट्रांजैक्शन फीस आदि।
कर्नल ने कई बार में कुल 18 लाख 80 हजार 818 रुपये ट्रांसफर कर दिए।
ठगी का खुलासा कैसे हुआ?
जब कर्नल ने जब मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो महिला ने और रुपये की मांग करनी शुरू कर दी। इस पर उन्हें शक हुआ और उन्होंने खुद ही इस फ्रॉड की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच में कर दी।
पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी?
क्राइम ब्रांच ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर 31 अगस्त 2024 को FIR दर्ज की। जांच में पाया गया कि पीड़ित से ली गई रकम कई बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी।
जब पुलिस ने इन बैंक खातों की जांच की, तो उन्हें पता चला कि अधिकतर खाते फर्जी पतों और मोबाइल नंबरों पर खोले गए थे।
लेकिन इन सब में एक खाता ऐसा था जो केरल के कोल्लम में स्थित फेडरल बैंक में खोला गया था। इस खाते में 5 लाख 93 हजार 681 रुपये ट्रांसफर हुए थे, जिसे उसी दिन कैश में निकाल लिया गया। यह खाता श्रीजीत राजेंद्रन नाम के व्यक्ति का था।
ठगी की जांच में अहम सुराग दे सकते हैं जब्त किए गए सबूत
एसीपी राजपाल डबास के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अक्षय और एसआई राहुल की टीम बनाई गई। टीम को केरल के कोल्लम भेजा गया और 29 वर्षीय श्रीजीत राजेंद्रन को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के समय उसके पास से कुछ दस्तावेज और मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं, जो जांच में मददगार हो सकते हैं।
गिरोह में और कौन-कौन शामिल?
पुलिस ने बताया कि इससे पहले जनवरी 2024 में जोधपुर निवासी सुनील को भी गिरफ्तार किया गया था, जो इसी गिरोह का हिस्सा था।
इस पूरे Cyber Fraud रैकेट का मास्टरमाइंड आनंदु लाल नामक व्यक्ति बताया जा रहा है, जो अभी भी फरार है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई हैं।

विदेशी निवेश का झांसा देकर साइबर ठगों ने उड़ाए लाखों रुपये
Cyber Fraud मामला एक बार फिर दिखाता है कि किस तरह साइबर ठग आम लोगों को विदेशी निवेश और जल्दी मुनाफे का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर लेते हैं।
इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी को केरल से गिरफ्तार किया और मामले की परतें खोलीं।
पुलिस की सलाह है कि कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन इनवेस्टमेंट करने से पहले अच्छी तरह जांच कर ले और अनजान कॉल्स व मैसेज पर भरोसा न करें।
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