Hit-and-Run After Assault: दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

हाल ही में राजधानी के दो अलग-अलग इलाकों में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर हमले की दो सनसनीखेज वारदातें सामने आई हैं। पहली घटना में एक ड्राइवर ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी को अपनी कार के बोनट पर लटकाकर करीब 100 मीटर तक घसीटा, जबकि दूसरी घटना में एक अन्य ड्राइवर ने ट्रैफिक पुलिस के एक एएसआई को टक्कर मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया और मौके से फरार हो गया।
Hit-and-Run After Assault: दोनों ही मामलों में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। इन घटनाओं ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Tipu Sultan With Crime Episode
पुलिसकर्मी को बोनट पर 100 मीटर तक घसीटा
Hit-and-Run After Assault: पहली घटना north east district के दयालपुर इलाके में 27 मई 2025 की शाम करीब 6 बजे हुई। दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात धर्मेंद्र ने अपनी शिकायत में बताया कि वह उस दिन अपने सहयोगी ASI आदेश के साथ भजनपुरा चौक के पास वाहनों की नियमित जांच कर रहे थे। यह इलाका दिल्ली के व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक है, जहां हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं। ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपनी duty के दौरान यह सुनिश्चित करते हैं कि वाहन चालक नियमों का पालन करें और सड़क पर अनुशासन बना रहे।
इसी दौरान, धर्मेंद्र और उनके सहयोगी ने एक टैक्सी को देखा, जिसका नंबर प्लेट उत्तर प्रदेश (यूपी) का था। टैक्सी ड्राइवर ने अपनी uniform नहीं पहनी हुई थी, जो कि नियमों का उल्लंघन है।Hit-and-Run After Assault दिल्ली में टैक्सी ड्राइवरों के लिए यूनिफॉर्म पहनना अनिवार्य है, ताकि उनकी पहचान आसानी से हो सके और यात्रियों को सुरक्षा का भरोसा मिले। धर्मेंद्र ने ड्राइवर को गाड़ी रोकने का इशारा किया। ड्राइवर ने पहले तो गाड़ी की गति धीमी की, जिससे लगा कि वह रुकने वाला है। लेकिन जैसे ही धर्मेंद्र कार के बोनट के पास पहुंचे, ड्राइवर ने अचानक गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी।
धर्मेंद्र ने बताया कि वह कार के बोनट पर लटक गए और ड्राइवर ने उन्हें करीब 100 मीटर तक घसीटा। इस दौरान धर्मेंद्र की जान पर बन आई थी। सड़क पर मौजूद राहगीरों ने इस घटना को देखा और तुरंत हरकत में आए।Hit-and-Run After Assault कुछ लोगों ने अपनी बाइकों से टैक्सी का पीछा किया और ड्राइवर को रोकने की कोशिश की। आखिरकार, उन्होंने अपनी बाइक टैक्सी के आगे लगाकर उसे रोक लिया। इस साहसी प्रयास के बाद ड्राइवर को पकड़ लिया गया। पुलिस ने आरोपी ड्राइवर की पहचान गाजियाबाद निवासी मोहम्मद आरिफ के रूप में की है। उसे हिरासत में ले लिया गया है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
Hit-and-Run After Assault: धर्मेंद्र ने अपनी शिकायत में कहा, “मैं अपनी ड्यूटी कर रहा था, लेकिन ड्राइवर ने जानबूझकर मुझे निशाना बनाया। अगर राहगीरों ने हिम्मत नहीं दिखाई होती, तो शायद मैं आज जिंदा न होता।Hit-and-Run After Assault” इस घटना ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के दौरान होने वाले खतरों को उजागर किया है। दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं उनके मनोबल को तोड़ने का काम करती हैं।
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दिल्ली कैंट में एएसआई को टक्कर, हालत गंभीर
दूसरी घटना साउथ-वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के दिल्ली कैंट इलाके में उसी दिन रात करीब 9 बजे हुई। यह इलाका भी दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों में से एक है, जहां एनएसजी रेड लाइट के पास ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है।Hit-and-Run After Assault ट्रैफिक पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात हनुमान ने बताया कि वह अपने सहयोगी एएसआई रामचरण के साथ रात के समय वाहनों की जांच कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक टैक्सी को देखा, जिसका नंबर प्लेट हरियाणा का था। टैक्सी ड्राइवर ने रेड लाइट जंप कर दी, जो कि ट्रैफिक नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
हनुमान और रामचरण ने ड्राइवर को रुकने का इशारा किया। लेकिन ड्राइवर ने उनकी बात को अनसुना कर दिया और तेजी से गाड़ी भगाने लगा। हनुमान ने बताया कि वह किसी तरह खुद को बचा ले गए, लेकिन एएसआई रामचरण टैक्सी की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रामचरण सड़क पर गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात को अंजाम देने के बाद ड्राइवर मौके से फरार हो गया। रामचरण को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
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हनुमान ने अपनी शिकायत में कहा, “हम अपनी ड्यूटी कर रहे थे, लेकिन ड्राइवर ने जानबूझकर हमें निशाना बनाया। एएसआई रामचरण की हालत बहुत खराब है। हम चाहते हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।” दिल्ली पुलिस ने अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश में जुट गई है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं, ताकि ड्राइवर की पहचान हो सके और उसे गिरफ्तार किया जा सके।
Hit-and-Run After Assault: ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की सुरक्षा पर सवाल
इन दोनों घटनाओं ने दिल्ली में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्र traffic policeकर्मी हर दिन सड़कों पर अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करते हैं। वे न केवल ट्रैफिक को नियंत्रित करते हैं, बल्कि नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई भी करते हैं। लेकिन इस तरह की घटनाएं उनके लिए खतरा बन रही हैं।Hit-and-Run After Assault दिल्ली में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर हमले की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम अपने कर्मियों की सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर हैं। इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमने दोनों मामलों में सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही, हम सरकार से अपील करते हैं कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए और कड़े कदम उठाए जाएं।” उन्होंने यह भी कहा कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरे और अन्य सुरक्षा उपकरण दिए जाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

क्या दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी सुरक्षित हैं?
दिल्ली पुलिस ने वाहन चालकों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने और चेकिंग के दौरान सहयोग करने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि अगर वाहन चालक नियमों का पालन करें और चेकिंग के दौरान सहयोग करें, तो इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है। साथ ही, पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि अगर वे सड़क पर इस तरह की कोई घटना देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इन घटनाओं ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या दिल्ली की सड़कें ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए सुरक्षित हैं? सरकार और पुलिस प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि ट्रैफिक पुलिसकर्मी बिना डर के अपनी ड्यूटी कर सकें।