IPS रविंदर सिंह यादव, दिल्ली पुलिस के एक अनुभवी और प्रतिष्ठित अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने करियर में कई जटिल और हाई-प्रोफाइल मामलों को सुलझाया है।

उनके नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यहाँ उनके द्वारा सुलझाए गए पाँच प्रमुख मामलों का विवरण प्रस्तुत है:
टीपू सुल्तान
क्राइम एपिसोड
IPS रविंदर सिंह यादव की नेतृत्व यात्रा
आईपीएस अधिकारी रविंदर सिंह यादव, 1995 बैच के AGMUT कैडर के सदस्य हैं। वर्तमान में वे दिल्ली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (लॉ एंड ऑर्डर), ज़ोन-I के पद पर कार्यरत हैं। अपने करियर में उन्होंने अपराध शाखा, कानून व्यवस्था, और विशेष अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी नेतृत्व क्षमता और अपराध सुलझाने की दक्षता ने उन्हें दिल्ली पुलिस के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में शामिल किया है।
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प्रमुख केस और उपलब्धियाँ
1. साइबर ट्रेडिंग घोटाला: अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का भंडाफोड़
एक जटिल साइबर अपराध मामले में, दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया, जो फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग योजनाओं के माध्यम से निवेशकों को धोखा दे रहा था। इस नेटवर्क में भारत, चीन और कंबोडिया के अपराधी शामिल थे। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर ₹5 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी का खुलासा किया। इस ऑपरेशन का नेतृत्व स्पेशल कमिश्नर रविंदर सिंह यादव ने किया।
2. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड: अंतरराज्यीय ऑपरेशन
राजस्थान के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में, दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन के तहत तीन आरोपियों को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया। इस जटिल मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी में स्पेशल कमिश्नर रविंदर सिंह यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
3. बिहार शराब त्रासदी: मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
बिहार के सारण जिले में हुई शराब त्रासदी, जिसमें 70 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई, के मुख्य आरोपी रामबाबू महतो को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। महतो दिल्ली में छिपा हुआ था और पुलिस से बचने के लिए लगातार स्थान बदल रहा था। इस गिरफ्तारी में स्पेशल कमिश्नर यादव के नेतृत्व में अपराध शाखा की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
4. कॉन्स्टेबल मोनिका यादव हत्या मामला: दो साल बाद सुलझा
2021 में लापता हुई दिल्ली पुलिस की कॉन्स्टेबल मोनिका यादव के मामले में, दो वर्षों की जांच के बाद, पुलिस ने उसके सहकर्मी सुरेंद्र सिंह राणा को गिरफ्तार किया। राणा ने मोनिका की हत्या कर उसके शव को छिपा दिया था। इस जटिल मामले को सुलझाने में स्पेशल कमिश्नर यादव की टीम की भूमिका सराहनीय रही।
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5. हेरोइन तस्करी का भंडाफोड़: ₹1 करोड़ की बरामदगी
दिल्ली पुलिस ने निहाल विहार क्षेत्र में दो भाइयों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 915 ग्राम हेरोइन बरामद की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹1 करोड़ से अधिक थी। यह कार्रवाई स्पेशल कमिश्नर यादव के नेतृत्व में की गई, जिसमें पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया।
इन मामलों के अलावा, आईपीएस रविंदर सिंह यादव ने दिल्ली पुलिस के विभिन्न विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते हुए अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था और विशेष अभियानों में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उनकी नेतृत्व क्षमता और अपराध सुलझाने की दक्षता ने उन्हें दिल्ली पुलिस के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में शामिल किया है।
नेतृत्व और योगदान
रविंदर सिंह यादव ने अपने करियर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिसमें जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम) और जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (ईस्टर्न रेंज) शामिल हैं। उनके नेतृत्व में अपराध शाखा ने कई जटिल मामलों को सुलझाया और गैंगस्टरों को निष्क्रिय किया।
सोशल मीडिया पर सक्रियता
रविंदर यादव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर भी सक्रिय हैं, जहां वे दिल्ली पुलिस की गतिविधियों और अभियानों की जानकारी साझा करते हैं।

दिल्ली पुलिस में नेतृत्व और सेवा भावना का प्रतीक
आईपीएस रविंदर सिंह यादव की कहानी दिल्ली पुलिस की प्रतिबद्धता, दक्षता और जनता के प्रति सेवा भावना का प्रतीक है। उनकी नेतृत्व क्षमता और अपराध सुलझाने की कुशलता ने उन्हें एक प्रेरणास्रोत बना दिया है। उनका करियर उन सभी के लिए प्रेरणा है जो कानून व्यवस्था और न्याय प्रणाली में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर हैं।