SHO की ज़िम्मेदारियाँ: थाना प्रभारी, जिसे स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) कहा जाता है, थाना स्तर पर पुलिस प्रशासन का मुख्य अधिकारी होता है।

SHO का पद बहुत ज़िम्मेदारी भरा होता है, क्योंकि वह न सिर्फ़ कानून-व्यवस्था बनाए रखने का काम करता है, बल्कि थाने में दर्ज सभी मामलों की देखरेख, जांच, और रिपोर्टिंग की ज़िम्मेदारी भी उसी की होती है।
टीपू सुल्तान
क्राइम एपिसोड
SHO की ज़िम्मेदारियाँ और ड्यूटी को विस्तार से बताया गया है
SHO (Station House Officer) की मुख्य जिम्मेदारियाँ:
1. थाने का प्रशासनिक प्रमुख:
SHO थाने के सभी पुलिसकर्मियों का प्रमुख अधिकारी होता है। उसे थाना क्षेत्र की पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाती है।
स्टाफ की हाजिरी की निगरानी
गश्त (Petrolling) की योजना बनाना
अपराध और कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण रखना
2. FIR दर्ज करने की जिम्मेदारी:
अगर किसी व्यक्ति की शिकायत पर अपराध बनता है तो SHO को उसकी FIR दर्ज करनी होती है। वह FIR की पुष्टि करता है और केस को आगे बढ़ाता है।
3. केस की जांच और निगरानी:
SHO को यह देखना होता है कि:
थाने में दर्ज मामलों की सही और निष्पक्ष जांच हो
सबूतों की सही तरीके से सुरक्षा हो
अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित हो
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4. रोज़ाना रिपोर्ट बनाना और उच्चाधिकारियों को भेजना:
SHO को हर दिन थाने की स्थिति की रिपोर्ट (Daily Diary या Roznamcha) बनानी होती है। इसमें:
दर्ज एफआईआर
गिरफ्तार व्यक्ति
घटनाएं और गश्त की जानकारी होती है।
5. कानून-व्यवस्था बनाए रखना:
SHO को अपने थाना क्षेत्र में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दी जाती है। इसके तहत:
दंगों या झगड़ों को रोकना
भीड़ नियंत्रण (crowd control)
धारा 144 या कर्फ्यू लागू करना
6. चुनाव और विशेष आयोजनों के दौरान सुरक्षा:
चुनाव, त्यौहार, रैलियों, या वीआईपी विज़िट के समय SHO को सुरक्षा योजना बनाकर उसे लागू कराना होता है।
7. जन शिकायतों का समाधान:
थाने में आने वाली जनता की शिकायतों को सुनना और न्याय देना SHO का काम है। कई मामलों में आपसी सुलह भी करवाई जाती है।
8. हथियार- जब्त चीजों और मालखाना की निगरानी:
SHO यह सुनिश्चित करता है कि:
जब्त माल और हथियार सुरक्षित रहें
मालखाना (police store room) का रिकॉर्ड सही तरीके से रखा जाए
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9. पुलिसकर्मियों को मार्गदर्शन देना:
SHO अपने अधीनस्थ अधिकारियों को:
जांच करने के तरीके
व्यवहार सुधारने
अनुशासन बनाए रखने के निर्देश देता है
10. समुदाय और पुलिस के बीच संबंध मजबूत करना:
SHO को स्थानीय जनता के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखना होता है ताकि जनता पुलिस पर विश्वास करे।

थाना क्षेत्र की सुरक्षा SHO की सक्रियता पर निर्भर
SHO थाना क्षेत्र में पुलिसिंग का चेहरा और नेतृत्वकर्ता होता है। उसकी ईमानदारी, सक्रियता और निर्णय लेने की क्षमता ही तय करती है कि उसके थाना क्षेत्र में अपराध कितना नियंत्रित है।