कस्टम का बड़ा खुलासा: नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर कस्टम अधिकारियों ने सोने की तस्करी के एक और मामले का खुलासा किया है।
रियाद से दिल्ली पहुंचे एक यात्री से 467 ग्राम 24 कैरेट का सोना बरामद किया गया। यह सोना चाय बनाने वाली फ्लास्क मशीन के अंदर छुपा कर लाया गया था। बरामद सोने की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 34 लाख 67 हजार रुपये आंकी गई है।
क्राइम एपिसोड
कस्टम का बड़ा खुलासा: ग्रीन चैनल पर यात्री गिरफ्तार
कस्टम का बड़ा खुलासा: यूपी के रहने वाले इस यात्री ने रियाद से दिल्ली तक की उड़ान भरी थी। जैसे ही वह ग्रीन चैनल से निकलने की कोशिश कर रहा था, कस्टम अधिकारियों ने उसे रोक लिया। ग्रीन चैनल वह रास्ता है जहां यात्री बिना ड्यूटी चुकाए अपना सामान लेकर बाहर निकलते हैं। यात्री के लगेज को एक्स-रे मशीन के जरिए जांचा गया, जिसमें एक संदिग्ध धातु की तस्वीर नजर आई।
जब सामान को बारीकी से जांचा गया, तो फ्लास्क मशीन के अंदर सिल्वर कोटेड मैटेलिक ग्लास से छुपाकर रखा गया 467 ग्राम 24 कैरेट सोना मिला। यह सोना पीले रंग का था और इसे विशेष रूप से मशीन के अंदर फिट किया गया था ताकि किसी को शक न हो।
यह भी पढ़े:
नेब सराय बैंकिंग फ्रॉड: बैंक अधिकारी बन कर एक लाख से ज्यादा की रकम उड़ाई 2024 !
सीमापुरी घटना: इलाके में दहशत और न्याय की मांग 2024 !
महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं को साइबर ठगों से सावधान रहने की चेतावनी
चोरी का खुलासा: फेस रिकग्निशन सिस्टम की भूमिका मोबाइल चोरी करने वाला शातिर गिरफ्तार 2024 !
शाहदरा में खुशखबरी: खोये और चोरी हुए 555 मोबाइल फोन वापस मिले
अयोध्या तीर्थ यात्रा: ऑनलाइन ठगी का नया जाल 2024 !
कस्टम का बड़ा खुलासा: 300 ग्राम से 1.2 किलोग्राम तक
कस्टम का बड़ा खुलासा: कस्टम अधिकारियों ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है जब रियाद से आने वाले यात्रियों के पास से सोना बरामद हुआ है। 16 दिसंबर को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जब अंडरवियर और इलेक्ट्रिक उपकरणों में छुपाकर 1.2 किलोग्राम से अधिक सोना लाया गया। इसमें शामिल यात्री भी यूपी के निवासी थे।
इन यात्रियों की उम्र क्रमशः 41 और 36 वर्ष थी। कस्टम अधिकारियों ने इलेक्ट्रिक उपकरणों के भीतर छुपाकर लाए गए 300 ग्राम सोने को भी जब्त किया था। इन मामलों से स्पष्ट है कि तस्करों द्वारा नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं ताकि सोने को बिना ड्यूटी चुकाए देश में लाया जा सके।
घरेलू उपयोग की वस्तुएं तस्करी के लिए आसान रास्ता?
तस्करी के मामलों में इस्तेमाल किए जा रहे तरीकों पर नजर डालें, तो ये तस्कर चतुराई से अपने सामान में सोने को छुपाकर लाते हैं। अंडरवियर, इलेक्ट्रिक उपकरण, फ्लास्क मशीन और अन्य घरेलू उपयोग की वस्तुओं को तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये तरीके इसलिए अपनाए जाते हैं क्योंकि इन्हें सामान्य सामान माना जाता है और इन पर कम शक किया जाता है।
कस्टम की सख्ती और जागरूकता की जरूरत
कस्टम विभाग लगातार इस तरह के मामलों पर नजर रख रहा है। खासतौर पर मिडिल ईस्ट से आने वाली उड़ानों पर विशेष ध्यान दिया जाता है क्योंकि इन क्षेत्रों से सोने की तस्करी के मामले ज्यादा सामने आते हैं। एक्स-रे और अन्य स्कैनिंग तकनीकों का उपयोग कर कस्टम अधिकारी इन तस्करी के प्रयासों को विफल करने में जुटे हुए हैं।
इसके साथ ही, आम जनता को भी यह समझने की जरूरत है कि ऐसे मामलों में शामिल होना कानूनी अपराध है। यदि कोई यात्री तस्करों के जाल में फंसकर उनका सामान लाने का प्रयास करता है, तो उसे भारी दंड और जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है।
बाकी खबरों से संबंधित जानकारी :
हज़ारो करोड़ की ड्रक्स स्वाह | Crime Episode
OPERATION CRACKDOWN| IPS ABHISHEK DHANIYA | Crime Episode
5000 fake sim | IPS RAVI KUMAR SINGH |Crime Episode
Prashant Vihar ROBBERY OF ₹22.5 LAKH | IPS AMIT GOEL | Crime Episode
DELHI CRIME BRANCH UNDER OPERATION KAVACH-6.0 | Crime Episode
104 trafficked kids brought home in 9 month | Crime Episode
ips sachin sharma dcp outer | पश्चिम विहार में गोली चलाने वाले पकडे | Crime Episode
ips nidhin valsan dcp outer north | नकली नोट की फैक्ट्री पकड़ी | Crime Episode
सोना तस्करी की गहराई में जांच बड़े रैकेट की संभावना
फ्लास्क मशीन में छुपाकर लाए गए इस 34.67 लाख रुपये के सोने को कस्टम अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। यात्री से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस तस्करी के पीछे कौन-कौन शामिल हैं। अधिकारियों का मानना है कि यह किसी बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
Table of Contents
सोने की तस्करी के बढ़ते मामले
भारत में सोने की मांग और आयात पर भारी ड्यूटी लगने के कारण तस्करी के मामले बढ़ रहे हैं। तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर सीमा शुल्क को चकमा देने की कोशिश करते हैं। कस्टम विभाग की सख्ती के बावजूद ऐसे मामलों में कमी नहीं आ रही है।
इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि सोने की तस्करी का संगठित नेटवर्क कितना मजबूत है। कस्टम अधिकारियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इन नेटवर्क को तोड़ने के लिए और सख्ती से काम करने की जरूरत है।
सोने की तस्करी को रोकने के लिए जनता की जागरूकता जरूरी
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लास्क मशीन में छुपाकर लाए गए सोने का यह मामला एक बार फिर से यह साबित करता है कि तस्करी के तरीके कितने परिष्कृत हो गए हैं। कस्टम अधिकारियों की सतर्कता और तकनीकी उपकरणों का उपयोग इन अपराधों को रोकने में अहम भूमिका निभा रहा है। हालांकि, तस्करों को पूरी तरह से रोकने के लिए आम जनता की जागरूकता और सख्त कानूनों का पालन भी उतना ही जरूरी है।