Crime Episode

With Tipu Sultan

CEIME EPISODE
गोकुलपुरी पुलिस की सफलता: संगीन अपराध 100% सुलझे, चोरी के केस अभी भी चुनौती !
Crime News

गोकुलपुरी पुलिस की सफलता: संगीन अपराध 100% सुलझे, चोरी के केस अभी भी चुनौती !

गोकुलपुरी पुलिस की सफलता: नई दिल्ली के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र में बढ़ती चोरी और अन्य अपराधों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने विभिन्न कदम उठाए हैं और कुछ बड़ी सफलताएँ भी प्राप्त की हैं।

गोकुलपुरी पुलिस की सफलता: संगीन अपराध 100% सुलझे, चोरी के केस अभी भी चुनौती !

गोकुलपुरी पुलिस ने इस साल के दौरान 22 संगीन मामलों को पूरी तरह से सुलझाने में सफलता पाई है, जिनमें हत्या, लूट, और जानलेवा हमलों जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। हालांकि, चोरी के मामलों में स्थिति इतनी प्रभावशाली नहीं रही, जहाँ इस साल दर्ज किए गए 735 चोरी के मामलों में से केवल 26 को ही सुलझाया जा सका है।

CRIME EPISODE

टीपू सुल्तान

क्राइम एपिसोड

गोकुलपुरी पुलिस की सफलता: गोकुलपुरी पुलिस का संगीन अपराधों पर मजबूत नियंत्रण

गोकुलपुरी पुलिस की सफलता: इस साल गोकुलपुरी थाना क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के 22 संगीन अपराध दर्ज किए गए थे, जिन्हें पुलिस ने हल किया। इनमें दो हत्याओं के मामले, छह जानलेवा हमले, सात लूट और सात बलात्कार के केस शामिल थे। पुलिस ने इन मामलों को सुलझाने के लिए कड़ी मेहनत की और 100% समाधान दर हासिल की। पिछले साल भी लगभग इतने ही मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन उनमें से एक दंगों से संबंधित मामला अनसुलझा रहा, जिससे सॉल्विंग प्रतिशत 95.45% पर रहा।

गोकुलपुरी क्षेत्र में अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस ने नियमित पेट्रोलिंग और निगरानी के साथ-साथ विशेष रणनीति का उपयोग किया है। खासकर, झपटमारी के मामलों में भी प्रगति देखने को मिली है, जहाँ इस साल 21 झपटमारी के मामलों में से 16 को हल कर लिया गया है।

यह भी पढे :

गोकुलपुरी में बदमाश गिरफ्तार: धमकी और फायरिंग के बाद पुलिस का एक्शन 2024 !

CRIME BRANCH की बड़ी कामयाबी: दिल्ली पुलिस ने गोगी गैंग के अपराधियों को किया गिरफ्तार 2024 !

फर्श बाजार डबल मर्डर: 10 लाख की सुपारी पर चाचा-भतीजे का MURDER !

सीमावर्ती क्षेत्रों में सेंधमारी और चोरी का बढ़ता प्रभाव

गोकुलपुरी क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों जैसे कि गाजियाबाद से सटे क्षेत्रों में चोरी की घटनाएँ सबसे अधिक देखने को मिलती हैं। यहाँ इस साल चोरी के 735 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें से सेंधमारी के 28, घरों में चोरी के 87, सामान चोरी के 460 और गाड़ी चोरी के 160 केस शामिल हैं। चोरी के इन मामलों में सफलता की दर कम है।

पुलिस ने सेंधमारी के केवल 5, घर में चोरी के 4, सामान चोरी के 13 और गाड़ी चोरी के मात्र 17 मामलों को ही सुलझाने में कामयाबी पाई है। पिछले साल चोरी के 912 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें सेंधमारी के 10, घरों में चोरी के 73, सामान चोरी के 721 और गाड़ी चोरी के 103 मामले थे। पुलिस ने उस समय कुल 116 मामलों को हल किया था।

बाकी खबरों से संबंधित जानकारी :

alipur and nangloi news नरेला और अलीपुर में फायरिंग , शूटर अरेस्ट Crime Episode

IPS Nidhin Valsan Bawana Thana AliPur Thana Crime Episode

Jahagir Puri Mandir News jahagir puri mandir jhagda Crime Episode

SWAROOP NAGAR POLICE STATION ILLEGAL GANJA Ips Nidhin Valsan Crime Episode

सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की रात में गश्त योजना

गोकुलपुरी थाना क्षेत्र में अपराध नियंत्रण के लिए डीसीपी राकेश पावरिया, एसीपी दीपक चंद्र गुणवंत, और एसएचओ प्रवीण कुमार के नेतृत्व में विशेष योजनाएँ बनाई गई हैं। इन योजनाओं में आदतन अपराधियों पर कड़ी नजर रखना, अस्थायी पुलिस चौकियाँ लगाना, और रणनीतिक पेट्रोलिंग शामिल हैं।

पुलिस द्वारा क्षेत्र में विशेष स्थानों पर जैसे यूपी के एंट्री पॉइंट जौहरीपुर एक्सटेंशन में स्थायी पिकेट लगाई गई है। इसके अलावा, भीम राव अंबेडकर कॉलेज और लोनी बॉर्डर पर अस्थायी पिकेटिंग की जाती है। सुरक्षा के लिहाज से रात के समय एक जिप्सी और तीन बाइक पर हथियारबंद पुलिसकर्मी पेट्रोलिंग करते हैं। प्रत्येक बाइक पर दो पुलिसकर्मी होते हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में गश्त लगाते हैं और निगरानी रखते हैं।

अपराधियों के संचार और वाहनों पर पुलिस की पैनी नजर

गोकुलपुरी क्षेत्र के आदतन अपराधियों पर बीट स्टाफ लगातार नजर बनाए रखता है। पुलिस नियमित रूप से यह जांचती है कि इन अपराधियों का संचार माध्यम कौन सा है, किस नंबर का वाहन वे उपयोग कर रहे हैं और उनकी गतिविधियों का लेखा-जोखा तैयार किया जाता है। इससे पुलिस को आपराधिक गतिविधियों की समय रहते जानकारी मिलती है और अपराधियों पर नियंत्रण रखने में आसानी होती है। पुलिस यह सुनिश्चित करती है कि बार-बार अपराध करने वालों को घोषित बदमाश की श्रेणी में रखा जाए, जिससे उनके ऊपर कड़ी निगरानी रखी जा सके।

CRIME EPISODE

फायरिंग में शामिल अपराधियों पर पुलिस की सख्त निगरानी

इसके अलावा, फायरिंग जैसे मामलों में शामिल बदमाशों पर भी पुलिस की खास नजर रहती है। जेल से जमानत पर बाहर आने वाले अपराधियों की गतिविधियों पर खास ध्यान दिया जाता है, ताकि उनके संपर्कों और गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सके। पुलिस यह भी देखती है कि ये अपराधी किन लोगों से मिलते हैं और किस तरह की गतिविधियों में लिप्त रहते हैं, ताकि संभावित अपराधों को रोका जा सके।

गोकुलपुरी पुलिस की इस तरह की सतर्कता और निगरानी के प्रयासों से क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण पाने में मदद मिली है। हालाँकि, चोरी के मामलों में सफलता का प्रतिशत कम होने से पुलिस के सामने चुनौतियाँ बरकरार हैं।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *